जैसे ही मैं घर के अंदर गया मैंने देखा कि दृष्टि के माता पिता वहाँ बेठे हुए थे। उनके पास कुछ रिश्तेदार भी थे। मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ तो दृष्टि के पिता बोले कि "आज मेरी बेटी की शादी थी और" बस इतना कहकर वो आगे कुछ नहीं बोले। दृष्टि को मैं बचपन … Continue reading एक दुल्हन ऐसी भी – 2
एक दुल्हन ऐसी भी
मुख्य चरित्र -दृष्टि -कृष्णा -दीपक लेखक -दीपक चहल ये कहानी है दृष्टि और कृष्णा की। दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे। दोनों ने अपने घर वालों को मनाया और दोनों शादी करने के लियें तैयार हो गए। शायद क़िस्मत को यह मंज़ूर ना था। उन दोनों की शादी से पहले कुछ ऐसा … Continue reading एक दुल्हन ऐसी भी
Real Cost Of A Pair Of Shoes(Story)-2
मैंने देखा कि वो बच्चा बहुत उदास था। मैं उसके पास गया और पूछा कि क्या बात है उदास क्यूँ हो? तो उसने बताया कि "आज मुझसे गाड़ी साफ़ करते वक़्त उस पर एक छोटा सा निशान हो गया था जिसके कारण मेरे मालिक ने मुझे बहुत डाँट लगाई।" मैंने उससे पूछा तुम्हारा नाम क्या … Continue reading Real Cost Of A Pair Of Shoes(Story)-2
The Journey Of Meera
बात लगभग 100 वर्ष पुरानी है। पंजाब (वर्तमान में हरियाणा) का एक ख़ुशहाल गाँव था इन्द्रापुर। उसी ख़ुशहाल गाँव का एक बड़ा ही समृद्ध व्यक्ति था हरनाथ। उसका परिवार छोटा और ख़ुशहाल था,जिसमें हरनाथ उसकी पत्नी मूर्ति और उनकी इकलोटी बेटी थी मीरा। कड़े परिश्रम और तपस्या के बाद उनके घर में हरनाथ के विवाह … Continue reading The Journey Of Meera
Ni Main Darda Haan
Ni Main Darda Haan Tu Kite Door Na Ho Jaave Hoke Tu Ankhiyaan Toh Door Duniya Di Is Bheed'ch Kite Na Kho Jaave Je Channo Tu Chad Gyi Saath Mera Main Vi Eh Duniya Chad Jaani Terto Door Rhke Chahal Di Ankhiyaan Toh Mukna Nhi Paani -Deepak Chahal
Voh Bhi Nhi
Na Lekar Kuch Aae The Le Jaana Yha Se Kuch Bhi Nhi Bas Do Pal Ka Saath Tha Unka Ab Toh Naseeb Main Voh Bhi Nhi -Deepak Chahal
Voh Or Uski Baaten
Zulfon Ko Lehra Kar Chalti Hai Voh Khushboo Ko Mhka Kar Chalti Hai Voh Kisi Deepak Ki Baati Ki Trh Mere Dil Main Jalti Hai Voh -Deepak Chahal
Yaad Rakhna
Phle Chodkar Hum gye The Ab Aap Ja Rahi Hain Yeh Yaad Rakhna Hum Vaapis Bhi Aae The -Deepak Chahal
Khaas Pal
Apne Jisam Ki Khushboo Se Kuch Is Kadar Mehkaaya Unhoone Hmaare Aashiyaane ko Ki Laakhon Itter Ki shishiyan Fiki Pad Gyi Use Htaate Htaate -Deepak Chahal
Ek Tarfa
निगाहें तरसतीं हैं जिनके दीदार के लिए वक़्त ही नहीं है उनके पास हमारे प्यार के लिए -दीपक चहल
Kaash Tum Na Hote
काश उस रोज़ मुझे वो दिखे ना होते तो आज हम उनकी याद में यूँ ना रोते ना उनसे मुहब्बत होती ना उनकी हमें चाहत होती ना ही हम राहों में खड़े होकर उनका इंतज़ार करते ना ही हम ख़ुद से ज़्यादा किसी और पर मरते ना उसकी इबादत होती मेरे दिल को कितनी राहत … Continue reading Kaash Tum Na Hote
Real Cost Of A Pair Of Shoes(Story)-(The Final Chapter)
मैंने देखा कि राहुल बहुत ख़ुश था। मैंने जब उससे उसकी इस ख़ुशी का कारण पूछा तो उसने अपना मुट्ठी बंद हाथ मेरे सामने खोल दिया। उसके हाथ में कुछ पुराने 10-20 रुपये के पुराने से नोट थे। उसने मुझसे कहा कि आज मुझे मेरी महीने भर की मेहनत का फल मिला है। वो बहुत … Continue reading Real Cost Of A Pair Of Shoes(Story)-(The Final Chapter)